आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "tiryaq e hazn masroor shahjahanpuri ebooks"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "tiryaq e hazn masroor shahjahanpuri ebooks"
अन्य परिणाम "tiryaq e hazn masroor shahjahanpuri ebooks"
नज़्म
हम तो मजबूर-ए-वफ़ा हैं
तुझ को कितनों का लहू चाहिए ऐ अर्ज़-ए-वतन
जो तिरे आरिज़-ए-बे-रंग को गुलनार करें
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
ग़ज़ल
सर में सौदा भी नहीं दिल में तमन्ना भी नहीं
लेकिन इस तर्क-ए-मोहब्बत का भरोसा भी नहीं
फ़िराक़ गोरखपुरी
ग़ज़ल
साक़िया तू ने मिरे ज़र्फ़ को समझा क्या है
ज़हर पी लूँगा तिरे हाथ से सहबा क्या है